Shikhar Varta - अगस्त 2018
Hindi | 64 pages | True PDF | 19.4 MB
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चुनावी साल में मतदाता सूची पर उठे सवाल
पिछले कई चुनाव के दौरान हार-जीत के बाद ईवीएम को लेकर सवाल उठना आम हो गया है। हारने वाली पार्टी ईवीएम को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाने लगी है। चुुनाव प्रक्रिया में धांधली और गड़बड़ी की एक और गुंजाइश जहां पैदा होती है वह है मतदाता सूची। मतदाता सूची को लेकर दलों के संदेह कभी खत्म नहीं होते।
बारूद के ढेर पर बैठे देश के वज़ीरे आज़म बने ‘इमरान’
इमरान भारत के लिए कैसे साबित होते हैं, यह तो काफी हद तक अनुमान लगाया जा सकता है परंतु बतौर पीएम घरेलू मोर्चे पर इमरान खान के पास ‘बड़े विकेट’ चटकाने के लिए जरूर हैं। और इन बड़े विकेटों को आतंकवाद, अर्थव्यवस्था, तहरीक-ए-तालिबान, अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मान वगैरह-वगैरह के रूप में देखा जा सकता है।
अविश्वास औंधे मुँह गिरा अब एनआरसी पर हुई ‘‘रार’’
अविश्वास प्रस्ताव पर हुई बहस को आगामी लोकसभा चुनाव के अक्स के तौर पर देखा जा रहा है। अविश्वास प्रस्ताव की बहस पर जिस तरह की विपक्षी दलों की एकता देखने को मिली यदि उसके सुर यथावत रहते हैं तो 2019 में होने वाले आम चुनाव में नि:संदेह भाजपा नेतृत्व के लिए यह खतरे की घंटी सिद्ध हो सकती है।
अँग्रेज़ों के छक्के छुड़ाने वाले वीर सपूत
1857 की अभूतपूर्व क्राँति में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले बहुत से वीर सपूतों का नाम इतिहास के पन्नों में कहीं खो गया है। परंतु आज़ादी प्राप्त करने में उनके योगदान को कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता। आज़ादी की हवा में उनके लहू की गंध आज भी शेष है और यह हमें अपने देश पर मर मिटने के लिए प्रेरित करती है।
भारत का टूटा सपना
पिछले माह लंदन में आयोजित महिला हॉकी विश्व कप में भारतीय टीम का सफर सेमीफाइनल मुक़ाबले में आयरलैंड से पराजित होकर रुक गया। पिछले 8 वर्षों में यह पहली बार हुआ कि भारतीय महिला हॉकी टीम ने महिला विश्व कप प्रतियोगिता में भागीदारी की। भारतीय टीम ने अपना पहला मैच मेज़बान इंग्लैंड के खिलाफ खेला व उसे पराजित किया।